कुलपति कार्यालय में जाने के बाद ऐसा लगता है कि किसी पार्टी कार्यालय में जाना हुआ है जब भी छात्र हित के मुद्दों को लेकर के छात्र नेता जाते हैं तो वहाँ राजनीति दल के लोग बैठे दिखते हैं।वहीं कई बड़े बड़े शिक्षा माफिया भी नजर आते हैं। जिस प्रकार मगध विश्वविद्यालय में छात्रों का समस्या दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है वह एक चिंता का विषय है। ना सही समय पर परिणाम दिया जा रहा है ना सही समय पर परीक्षा ली जा रही है। मगध विश्वविद्यालय प्रशासन नामांकन करने वाली कंपनी के साथ मिलकर छात्रों का आर्थिक शोषण कर रही है।वहीं रिजल्ट प्रकाशित करने वाली कम्पनी के साथ मिलकर छात्रों का रिजल्ट पहले पेंडिंग किया जाता है उसके बाद चलान के नाम पर उनसे मनमाना शुल्क वसूला जाता है। आज मगध विश्वविद्यालय का हाल देख कर के ऐसा प्रतीत होता है कि मगध विश्वविद्यालय आज पूर्व कुलपति वाला मगध विश्वविद्यालय बन गया जो लूट कर चले गए और वर्तमान कुलपति लुट रहे हैं। छात्र कॉलेज और विश्वविद्यालय के चक्कर काटते काटते परेशान है परंतु मगध विश्वविद्यालय के कुलपति राजनीति करने से बाज नहीं आ रहे हैं।राजभवन को मगध विश्वविद्यालय के वर्तमान गतिविधि पर नजर रखते हुए ऐसे पदाधिकारियों पर कार्रवाई करें। आज विश्वविद्यालय के छात्र परेशान है और मगध विश्वविद्यालय के पदाधिकारी एसी के चेंबर में बैठकर के आराम कर रहे हैं
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